छोटे महाराज जी

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॥ पूज्य महाराज जी की कलम से ॥

पं० उमाशंकर शर्मा 
(छोटे महाराज जी बंगरा)

पं. उमाशंकर जी शर्मा (पूज्य श्री छोटे महाराज जी बंगरा) का सपना था कि हम सबके आराध्य रामजी के परम सेवक वीर हनुमान के बाल रूप में विराजमान बालाजी का एक मन्दिर जन कल्याण और संकटों के निवारण के लिए भव्य रूप में बने जिसके प्रधान देव श्री हनुमान जी महाराज राजा के रूप में विराजमान हो। ...

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मेहंदीपुर में भगवान श्री बालाजी की प्राकट्य कथा


सवाई माधोपुर व दौसा जिला के मध्य में मेहंदीपुर धाम है। यहाँ पे दीन-दुखी प्राणी का शीघ्र कल्याण होता है


श्री बालाजी का प्राचीन रहस्य


प्रारंभ में यहाँ घोर बीहड़ जंगल था। घनी झाड़ियों में शेर-चीते, बघेरा आदि जंगली जानवर पड़े रहते थे। चोर-डाकुओं का भी भय था। श्री महंतजी महाराज के पूर्वजों को जिनका नाम अज्ञात है, स्वप्न हुआ और स्वप्न की अवस्था में ही वे उठकर चल दिए। उन्हें पता नहीं था कि वे कहाँ जा रहे हैं और इसी दशा में उन्होंने एक बड़ी विचित्र लीला देखी। एक ओर से हजारों दीपक जलते आ रहे हैं। हाथी-घोड़ों की आवाजें आ रही हैं और एक बहुत बड़ी फौज चली आ रही है। उस फौज ने श्रीबालाजी महाराज की मूर्ति की तीन प्रदक्षिणाएँ कीं और फौज के प्रधान ने नीचे उतरकर श्री महाराज की मूर्ति को साष्टांग प्रणाम किया तथा जिस रास्ते से वे आए थे उसी रास्ते से चले गए। गोसाँई जी महाराज चकित होकर यह सब देख रहे थे। उन्हें कुछ डर सा लगा और वे वापिस अपने गाँव चले गए किन्तु नींद नहीं आई और बार-बार उसी विषय पर विचार करते हुए उनकी जैसे ही आँखें लगी उन्हें स्वप्न में तीन मूर्तियाँ, उनके मन्दिर और विशाल वैभव दिखाई पड़ा और उनके कानों में यह आवाज आई - "उठो, मेरी सेवा का भार ग्रहण करो। मैं अपनी लीलाओं का विस्तार करूँगा।" यह बात कौन कह रहा था, कोई दिखाई नहीं पड़ा। गोसाँई जी ने एक बार भी इस पर ध्यान नहीं दिया। अन्त में श्री हनुमान जी महाराज ने इस बार स्वयं उन्हें दर्शन दिए और पूजा का आग्रह किया।
"धर्मेण हन्यते ब्याधिः"
अर्थात् धर्म के प्रभाव से सभी विपत्तियाँ एवं बीमारियाँ दूर होती हैं। मैं समझता हूँ शायद यहाँ की लीला का वास्तविक रहस्य यही है।

Welcome to our Bala Ji Mandir

यह मंदिर 21 मई 2017 को भारत माता मंदिर हरिद्वार के संस्थापक पूज्य स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि जी महाराज, जूना पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि जी, और स्वामी गोविंद देव गिरि जी महाराज के दिव्य सानिध्य में स्थापित किया गया था। स्थापना के समय से ही यहाँ प्रतिदिन लगभग 550 हनुमान चालीसा पाठ होते हैं, जो मंगलवार, शनिवार, और विशेष पर्वों पर दोगुनी संख्या में पहुँच जाते हैं।

मंदिर के बारे में श्रद्धालुओं के कुछ शब्द

आस्था का केंद्र

"सिद्ध श्री बालाजी महाराज मंदिर हमारी आस्था और श्रद्धा का प्रमुख केंद्र है। यहाँ आने से मन को असीम शांति और आत्मिक सुख मिलता है।"

Anil prasad

चमत्कारिक अनुभव

"यह मंदिर अपने चमत्कारिक प्रभाव के लिए प्रसिद्ध है। हमारी हर समस्या का समाधान यहाँ आने और प्रभु से प्रार्थना करने से होता है।"

Shivam Awasthi

शांति और सकारात्मकता

"मंदिर का शांत वातावरण और आध्यात्मिक ऊर्जा मन को सुकून देती है और हर तनाव को दूर करती है।"

Satish Yadav

Our Trustees

Meet the people behind our vision and success

Mr. Dilip Kumar Gupta
प. ऊमाशंकर शर्मा  (छोटे महाराज जी बंगरा )

(प्रधान संरक्षक)

Sri Sunil Agarwal
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Sri Sunil Agarwal
श्री कुसुम सेठिया 
Shri Mukesh Jain
श्री अशोक कुमार त्रिपाठी 
Sri Sunil Agarwal
श्री राधे श्याम शर्मा 
Sri Sunil Agarwal
श्री दिलीप कुमार गुप्ता 
Sri Rishab Dilip Gupta
श्री हरीश मखीजा 
Sri Jai Kusum Sethia
श्री मनोज संतोष अग्रवाल 
Sri Radhey Krishna Gupta
श्री जय प्रकाश शर्मा 
Pt. Umashankar Sharma (Pradhan Sansrakshak)
श्री मनोज अग्रवाल 
Sri Santosh Agrawal 'Pappu Seth'
श्री वीरेंद्र कुमार शर्मा 

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Sri Harish Madhiyan
श्री अनूप शर्मा 
Sri Dheeraj Kumar Gupta









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सामाजिक गतिविधियाँ किसी समाज या समुदाय के उत्थान, विकास और भलाई के लिए आयोजित की जाने वाली पहल और कार्यक्रमों को कहते हैं। ये गतिविधियाँ समाज में एकता, सहयोग, और सशक्तिकरण की भावना को बढ़ावा देती हैं।

कौशल विकास सिलाई सेंटर

कौशल विकास सिलाई सेंटर एक ऐसा स्थान है जहाँ महिलाओं और युवतियों को सिलाई-कढ़ाई के माध्यम से आत्मनिर्भर बनने का प्रशिक्षण दिया जाता है। इस केंद्र का उद्देश्य है.

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