प्रार्थना अर्पित करना, धूप जलाना और सामूहिक गतिविधियों में भाग लेना मंदिर के अनुभव के अभिन्न अंग हैं। मंदिर की लोकप्रियता को देखते हुए, विशेष रूप से बड़े त्योहारों के दौरान भीड़ से बचने के लिए सप्ताह के दिनों में यात्रा की योजना बनाने की सलाह दी जाती है।
सतीश महाना जी का मंदिर में आगमन हुआ
सिद्ध श्रीबालाजी मन्दिर सलेमपुर- रूमा,कानपुर में वेद विद्यार्थियों संग सामूहिक शान्तिपाठ कर विमान दुर्घटना के मृतकजनों को श्रृद्धांजलि अर्पित की गई ऊॅ शान्ति शान्ति शान्ति